वजन कम करने के लिए लौकी का ज्यूस – Lauki ka juice for weight loss in Hindi

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लौकी का ज्यूसभारत में लौकी (Bottle gourd) के नाम से लोकप्रिय सब्जी दुनियाभर में आमतौर से इस्तेमाल किये जाने वाली एक मशहूर सब्जी है. यह आलू और प्याज के अलावा भारतीय लोगों द्वारा सबसे ज्यादा आमतौर पर खाई जानेवाली सब्जी है. बोतल के आकार वाली हल्के पीले-हरे रंग कि (yellowish- green) यह सब्जी लाजवाब स्वाद के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसे दूधि,घिया, सोराकाया, और तुरई (Bottle squash) के नाम से भी जाना जाता है. लौकी एक पौष्टिक और गुणकारी खाद्य पदार्थ (सब्जी) है, जिसे आपको अपने रोजमर्रा के खाने में शामिल करना ही चाहिए. और खास तौर से लौकी का जूस स्वास्थ के लिये अच्छा होता हैं और वजन कम करने में भी काफी लाभकारी हैं, चलिये इसके बारे में और जानकारी लेते है.

 

वजन घटाने के लिए लौकी ज्यूस से जुड़े गुण और लाभ

वजन घटाने के लिए आम तौर पर लौकी का इस्तेमाल तरल रूप ( Liquid form) में किया जाता है. इसमें ऐसे कई पोषक तत्व मौजूद हैं जो एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने में मदद करते हैं. लौकी का ज्यूस मोटापा घटाने में कैसे सहायता कर सकता है आईए हम इस बारे में यहाँ चर्चा करते है.

  • कैलोरी कि कम मात्रा – 96% पानी से बनी लौकी में कैलोरी कि मात्रा बहुत कम होती हैं, जो कुशलतापूर्वक चरबी को कम करती है. इसीलिए इसे लगभग हर मोटापा घटाने वाली डाइट प्लान में लो कैलोरी पोषण आहार में शामिल किया जाता है.
  • फाइबर कि अधिक मात्रा – इसमें फाइबर कि मात्रा बहुत अधिक होती है जो लंबे समय तक आपके पेट को भरा रखती है, इस तरह यह आपकी बार–बार लगने वाली भूख को कम करती है. इसके अलावा यह बड़ी आंत में अच्छे बेक्टेरिया को तृप्त करने (feeding good bacteria in large intestine) में मदद करती है, जो मोटापे को कम करने में और तंदुरुस्ती प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. लौकी में अघुलनशील फाइबर (insoluble fiber) के साथ घुलनशील फाइबर (soluble fiber) है, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है.
  • प्रोटीन से भरपूर – यह प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से बेहद भरपूर है जो मांसपेशियों के निर्माण और शरीर में चरबी को कम करने में सहायता करते हैं. इसके अलावा हम सभी जानते हैं कि प्रोटीन कि अच्छी मात्रा हमारी चयापचय कि क्रिया (metabolism) को बेहतर कर चरबी को जलाने में सहायता करती है.
  • पानी और फाइबर कि अधिक मात्रा के कारण लॉकी के ज्यूस में ऊर्जा का घनत्व बहुत कम (low energy density or low calorie per gram) होता है जो मोटापा कम करने में मदद करता है.
  • एंटीऑक्सीडेंट – इसमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है. इसमे एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते है जो शरीर से हानिकारक विषैले पदार्थों (toxins) को निकालकर शरीर के वजन का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं.

वजन कम करने के लिए लौकी का ज्यूस

 

लौकी के पोषक तत्व और तथ्य (Nutrition Facts)

जैसा कि हमने उपर चर्चा कि, लौकी बहुत से पोषक तत्वों और स्वास्थ्य वर्धक गुणों से भरपूर है. लौकी में प्रति 100 ग्राम निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं. मुख्य रूप से यह प्रति 100 ग्राम 14 कैलोरी ऊर्जा देता है

  • ऊर्जा: 14 किलो कैलोरी
  • कार्बोहाइड्रेट: 3.39 ग्राम
  • पानी: 96 ग्राम
  • प्रोटीन: 0.62 ग्राम
  • फाइबर: 0.5 ग्राम
  • आयरन: 0.20 मिलीग्राम
  • विटामिन सी: 10.1 मिलीग्राम
  • विटामिन ए: 16 आईयू
  • कैल्शियम: 26 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम: 11 मिलीग्राम
  • पोटेशियम: 150 मिलीग्राम
  • फास्फोरस: 13 मिलीग्राम
  • सोडियम: 2 मिग्रा
  • जिंक : 0.70 मिलीग्राम

 

वजन घटाने के लिए लौकी के ज्यूस कि विधि

लौकी के ज्यूस/रस को उपयोग में लेने के कई अलग-अलग तरीके और व्यंजन हैं जिसके माध्यम से लौकी द्वारा प्रस्तावित अनगिनत लाभ प्राप्त किए जा सकते है. आईए इन्हें कैसे बनाया जा सकता है इस बारे में चर्चा करते है.

लौकी का ज्यूस / रस- बनाने का सही तरीका

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए : 1 मध्यम कद की लौकी, पानी, बर्फ के टुकड़े ( ice cubes) और ब्लेंडर या ज्यूसर.

इसे बनाने कि विधि:

  1. लौकी को ठीक से धो लें और छील लें. ( यह महत्वपूर्ण है कि रस बनाने के लिए कभी भी इसे छिल्कों के साथ इस्तेमाल न करें)
  2. लौकी को छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें ताकि यह अच्छी तरह से ब्लेंडर या ज्यूसर में घुल जाए.
  3. लौकी का रस /ज्यूस बनाने के लिए एक ब्लेंडर या ज्यूसर में थोड़ा पानी, बर्फ के टुकड़े और लौकी के टुकड़े को डालकर अच्छी तरह चलाए ताकि सब अच्छे से मिक्स होकर घुल जाए.

लौकी का रस(पानी) का सेवन करने के लिए तैयार है. वजन घटाने के साथ, यह लौकी का यह साधारण रस भी आपको स्वस्थ बनाता है. योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार, लौकी का रस पेट का मोटापा कम करने, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने, अम्लता (acidity) को कम करने, कब्ज को दूर करने और दिल (Heart) से संबंधित बीमारियाँ जैसेकि ब्लड प्रेशर, आदि में बहुत लाभदायक है.

 

नीबू और शहद के साथ लौकी का रस

एक और बेहतरीन जूस फैट कम करने के लिये, नीम्बू और शहद इसे वेट लोस्स कटर बना देता हैं.

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए: 1 मध्यम या बड़े कद कि लौकी , 1-2 चम्मच शहद , 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, बर्फ के क्यूब्स या पानी और ज्यूसर.

इसे बनाने कि विधि:

  1. 1: लौकी को अच्छे से धो कर छील लें.
  2. 2: लौकी को छोटे टुकड़ों में काट लें ताकि यह अच्छी तरह से घुल सके.
  3. 3: लौकी, शहद, नींबू का रस और पानी या बर्फ के टुकडों को ज्युसर में डालें और इसे अच्छी तरह मिक्स होने तक इसे चलाएँ.

आपका नींबू और शहद के साथ बना लौकी का रस पिने के लिए तैयार है.

यह क्यों पीयें – जैसा कि हम सभी जानते हैं, वजन घटाने में नींबू और शहद महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. यह लौकी के रस के पेट का मोटापा कम करने कि क्षमता को दोगुना कर देते है, इसलिए साधारण लौकी के रस के बजाय इसे पीना ज्यदा फायदेमंद रहता है. अच्छा होगा कि आप साधारण लौकी रस के बजाय इसे प्राधान्य दें.

 

लौकी का रस आमले(आंवले) और अदरक के साथ (lauki amla juice benefits in hindi )

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए: 1 मध्यम या बदे कद कि लौकी , 1 कप आंवले के टुकडें , आधा कप काटा हुआ , अदरक, नमक, पानी और ज्यूसर.

इसे बनाने कि विधि:

  1. लौकी को अच्छे से धो कर छील लें.
  2.  लौकी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें ताकि यह अच्छी तरह से घुल सके.
  3.  आंवले और अदरक के टुकड़े, लौकी और पानी ज्यूसर में डालकर अच्छी तरह से मिक्स होने तक ज्यूसर को चलाएँ.
  4.  स्वाद के अनुसार नमक डालें.

आपका ज्यूस सेवन के लिए तैयार है.
लौकी आमला जूस के फायदे – यह लौकी के साधारण ज्यूस से बेहतर स्वादिष्ट है. आंवला और अदरक के अतिरिक्त गुणो के लाभ फैट घटाने के साथ-साथ बालों को लम्बे और घने बनाने मदद करते हैं, अदरक आंतरिक संक्रमणों (internal infections ) के उपचार में भी मदद करता हैं.

लौकी का रस जीरे के बीज और तुलसी और पुदीने के पत्तों के साथ.

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए: 1 मध्यम या बडे कद कि लौकी, ताजे तुलसी के पत्ते (10-15), ताजे पुदीने के पत्ते (15-20), 1 बड़ा चम्मच जीरा, नमक, बर्फ के टुकड़े और ज्यूसर.

इसे बनाने कि विधि:

  1.  लौकी को अच्छे से धो कर छील लें.
  2.  लौकी को छोटे टुकड़ों में काट लें ताकि यह अच्छी तरह से घुल सके.
  3.  लौकी , तुलसी के पत्ते, पुदीने के पत्ते, जीरा और बर्फ के टुकडों को ज्यूसर में डालकर इनका अच्छा रस निकलने तक ज्यूसर को चलाएँ.
  4.  स्वाद अनुसार इसमे नमक डालें.

जीरे के बीज और तुल्सी और पुदीने के पत्तों के साथ बना आपका लौकी का रस पिने के लिए तैयार है.

इसे क्यों पीना चाहिए – पेट की चर्बी घटाने के साथ, तुलसी और पुदीने के पत्ते अन्य कई स्वास्थ्य वर्धक फ़ायदे देते है, जैसेकि यह मूत्र संक्रमण (urinary infections, UTI), के इलाज में मदद करते है , आपके शरीर और पेट को ठंडक देते हैं, बालों को सफ़ेद होने से बचाते है, मधुमेह (diabetes) को कम करते है, रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित रखते है, इत्यादि. और जीरा वजन घटाने मैं काफी मदद करता हैं, सम्पूर्ण जानकारी यहाँ देख सकतें हैं.

लौकी का रस जीरे के बीज और तुलसी और पुदीने के पत्तों के साथ

 

लौकी का ज्यूस/रस पिने का सर्वोत्तम समय और इसकी सही खुराक/मात्रा (dosage)

लौकी का रस हररोज़ सुबह खाली पेट पीना चाहिए. यह मधुमेह का इलाज करने में मदद करता है. इसमे पानी की मात्रा अधिक होती है जो शरीर में पानी के स्तर को बहाल (restore) करने में मददकारक है.
कसरत या व्यायाम के बाद लौकी का ज्यूस पीने का अनुरोध किया जाता है. इसमे मौजूद प्राकृतिक शर्करा (glucose) कसरत के दौरान शरीर में आई ग्लाइकोजन और कार्बोहाइड्रेट कि कमी को बहाल करने में मददकारक है.
लौकी का रस गर्भावस्था के दौरान भी काफि फायदेमंद होता है. उच्च विटामिन और पानी की मात्रा अन्य कई शारीरिक लाभ देते है.

 

लौकी के ज्यूस के दुष्प्रभाव( Side Effects)

अगर लौकी का स्वाद कड़वा या कसैला हो तो इसका ज्यूस नहीं पीना चाहिए. इसमें एक उच्च विषाक्त घटक (TOXIN) होता है जिसे टेट्रासायक्ट्रिक ट्राइटरपेनॉयड क्यूकर्बिटाइंस कहा जाता है जो उल्टी, मितली (nausea) , दस्त या जठरांत्र संबंधी रक्तस्राव (gastrointestinal bleeding) जैसे कई दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है। कई गंभीर परिस्थितियों में, एक कड़वी लौकी ज़हर कि तरह काम करती है जी मौत का कारण भी बन सकती है.ऐसा हुआ भी हैं, कड़वी लौकी का जूस पीने से एक साइंटिस्ट की मौत हो चुकी हैं.

 

बिना ज्यूसर के लौकी का ज्यूस/रस कैसे बनाएँ?

कई बार, कुछ खाद्य पदार्थों को तैयार करने के लिए आपको खास उपकरणों की आवश्यकता होती है. इन्हे बिना किसी आधुनिक उपकरण के इस्तेमाल के बनाने के कई वैकल्पिक तरिके मौजूद है. ज्यूसर में निवेश करना महँगा हो सकता है. यहां हम ज्यूसर के बिना लौकी का ज्यूस/रस तैयार करने की विधि पर चर्चा करेंगे.

  1. पहले लौकी को छिल कर काट ले, फिर उसे पानी मे थोड़ा उबाल ले. अगर आप बिना उबली लौकी का इस्तेमाल करना चाहतें है तो उसे छिल के छोटे छोटे टुकड़ो मे काट के, ओखली मैं कूट ले. या फिर कद्दूकस के माध्यम से कस सकते है.
  2.  एक कटोरे पर मलमल का कपड़ा रखे और उसमे मिश्रण को डालें.
  3.  कपडे को हर तरफ़ से इक्ट्ठा कर एक पोटली बनाएँ.
  4.  मिश्रण से रस निकालने के लिए दोनों हाथों के इस्तेमाल से कपडे और मिश्रण को घुमाएँ और निचोड़े.

इस तरीके से, आप आसानी से एक ज्यूसर का इस्तेमाल किए बिना लौकी रस तैयार कर सकते हैं.

 

लौकी ज्यूस के अन्य स्वास्थ्य संबन्धित फ़ायदे ( Benefits of Lauki juice in Hindi)

जैसा कि उपर चर्चा कि गई है, लौकी के रस से हमे बहुत से स्वास्थ्य संबन्धित लाभ मिलते हैं, उनमें से कुछ नीचे वर्णित किये गए हैं.

  • लौकी का रस मूत्र प्रणाली (urinary system) और गुर्दे (kidneys) को साफ करने और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. इसमें मूत्रवर्धक प्रभाव (diuretic effect) क्षार होते है जो अम्लीय मूत्र (acidic urine) के प्रभाव को कम कर इससे होने वाली जलन को भी काम करते है. यह शरीर से पानी के अतिरेक (Eexcess water) को बाहर निकालने का काम भी करता हे.
  • बालों के विकास में लौकी का रस बहुत उपयोगी होता है इसमें विटामिन बी जैसे आवश्यक पोषक तत्व शामिल होते हैं जो बालों को सफेद होने से रोकते है और बालों के विकास में भी कुशलता से मदद करते है.
  • बालों के साथ साथ लौकी का रस त्वचा के लिए भी फायदेमंद है. यह मुँहासे, किल और अन्य त्वचा के विकारों को रोकता है. यह समय से पहले उम्र को बढ़ने से भी रोकता है और झुर्रियों और रेखाओं के गठन को भी रोकता है.
  • लौकी का रस कब्ज का इलाज करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है. इसमे घुलनशील (soluble) और अघुलनशील(insoluble) दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो पाचन तंत्र से संबंधित सभी समस्याओं का इलाज करते हैं और उन्हें कुशलता से ठीक करते हैं. कब्ज के साथ यह दस्त का इलाज भी कुशलतापूर्वक करता है.
  • यह यकृत (liver) की सूजन का इलाज करने में और इसे कुशलतापूर्वक कम करने में मदद करता है.
  • यह सफलतापूर्वक शरीर में आई पानी कि कमी (dehydration)का मुकाबला करता है और शरीर को ठंडा रखता है यह शरीर की गर्मी को कम कर देता है और इसे ठंडक देता है. गर्म दिन या गर्मियों के दौरान, शरीर पसीने के माध्यम से ज्यादा पानी बाहर निकालता है. लौकी का रस नियमित रूप से पिने से यह शरीर को हाइड्रेटेड करने के साथ ही ठंडा भी रखता है. यह गर्मी से संबंधित अन्य समस्याएं जैसे कि मुँहासे, अल्सर या नाक से बहने वाले खून का भी ईलाज करता है.
  • यह रक्त के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय को स्वस्थ रखता है और इस प्रकार मोटापा भी कम करता है.
  • लौकी के पोषक तत्वों में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, उनमें से एक है कोलीन(choline) यह एक प्रकार का न्यूरोट्रांसमीटर है जो तनाव और अवसाद (depression) को रोकने में मदद करता है और इस प्रकार मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाता है.
  • यह महिला प्रजनन प्रणाली (female reproductive system) को स्वस्थ रखने के लिए भी जाना जाता है.
  • मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए लौकी का हाथोंहाथ उपयोग किया जाता है. इससे अत्यधिक प्यास, थकान या दस्त को रोकने में मदद मिलती है.
  • लौकी का रस अनिद्रा (insomnia) के उपचार में भी मदद करता है और आपको बेहतर और अच्छी नींद प्रदान करता है.
  • यह आपकी मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत में मदद करता है यह उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो नियमित आधार पर काम कर रहे हैं और जो मांसपेशियों का निर्माण करना चाहते हैं यह प्रोटीन और अन्य प्राकृतिक शर्करा में समृद्ध है जो मांसपेशियों का निर्माण करते हैं और ग्लूकोज के स्तर को बहाल (restore) करते हैं. कसरत के दौरान आई कार्बोहाइड्रेट कि कमी को लौकी के रस की खपत के साथ दोबारा प्राप्त किया जाता है.

चलिये सुनते हैं बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण लौकी के फायदों के बारें मे क्या कह्ते है.

 

अपने आहार में लौकी को शामिल करने के अतिरिक्त तरीके (lauki recipe in hindi)

इसके मृदु स्वाद(bland taste) के कारण आम तौर पर लोकी को कई लोगों द्वारा पसंद नहीं किया जाता है, विशेष रूप से बच्चों के द्वारा. इससे मिलने वाले अनेक स्वास्थ्य वर्धक फायदों के लिए इसे रोजाना आहार में शामिल किया जाना चाहिए. ऐसा करने के कई तरीके हैं

1. लौकी कि सब्जी

एक रस के रूप में इसे पीने के अलावा, लौकी कि सब्जी भी बनाई जा सकती है और इसे चपाती के साथ या व्यक्तिगत रूप से रुखा भी खाया जा सकता है. आप इसे निम्नलिखित तरीके से तैयार कर सकते हैं.

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए:   1 मध्यम कद कि लौकी, 1 मध्यम कद कटा हुआ प्याज, 2 मध्यम कद कटे हुए टमाटर, 1 चम्मच अदरक लहसुन कि पेस्ट, 1/2 चम्मच जीरा, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 1 चम्मच हल्दी पाउडर, 1/2 चम्मच गरम मसाला, 2 चम्मच तेल, नमक स्वाद अनुसार..

इसे बनाने कि विधि:

  1.  प्रेशर कुकर में तेल, अदरक लहसुन पेस्ट, जीरा और प्याज डालें और इसे भुन लें.
  2.  प्याज को तब तक पकने दें जब तक कि वे सुनहरे भूरे रंग के न होंजाए.
  3.  टमाटर और सभी मसाले डालें और अच्छी तरह मिलाएं, नमक अभी न डालें.
  4.  लौकी को छोटे टुकडों में काटें और मिश्रण में नमक के साथ डालें.
  5.  4 सीटी आने तक ढक्कन के साथ इसे पकाएँ.

लौकी कि सब्जी को गरम चपाती और दही के साथ परोसें.

लौकी कि सब्जी

 

2. लौकी का सूप

लौकी का सूप भी एक स्वस्थ विकल्प है . आम सामग्री और इसे पकाने कि सरल विधि से बना लौकी का सूप भी बहुत स्वादिष्ट होता है.

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए:   1 मध्यम कद कि लौकी, 1 कटा हुआ प्याज, 2 कटे हुए टमाटर, कटा हुआ अदरक, 2 लहसुन कि कलियाँ, 1 बड़ा चम्मच ऑलिव ऑयल, ¼ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 1 टि-स्पून धनिया पाउडर, 1/2 चम्मच जीरा पाउडर, 1 छोटा कप नींबू का रस, नमक और काली मिर्च स्वाद अनुसार..

इसे बनाने कि विधि:

  1.  प्रेशर कुकर में तेल, सब्जियां और मसाले डालें.
  2.  2 मिनट के लिए इन्हें पकाएँ और इसमे पानी डालें.
  3.  3-4 सीटी बजने तक पकाएँ.
  4.  भाप के निकलने तक कुकर न खोलें.
  5.  कुकर खोलने के बाद इसे ठंडा होने दें. एक गाढ़ी पेस्ट बनाने के लिए ब्लेंडर में मिश्रण को पीसें.
  6.  मिश्रण को एक पैन में निकाले और इसमे निम्बू का रस और पानी डालें और उबाली आने तक पकाएँ.

काली मिर्च डालें और गरमागर्म परोंसे.

लौकी का सूप

 

3. भरवाँ लौकी

यह एक पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन है जिसे हररोज़ थोड़ी मात्रा में खाने से भी लौकी के लाभ लिए जा सकते है,

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए:   1 मध्यम कद कि लौकी , 50 मिलीलीटर नींबू का रस, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 2 चम्मच गरम मसाला, 2 बड़े चम्मच तेल, 1/2 चम्मच जीरा, 1 कटा हुआ प्याज, 2 कटे हुए टमाटर, 3 कटी हुई हरी मिर्च, 1 चम्मच अदरक पेस्ट, 2 चम्मच कटा हुआ लहसुन, कटा हुआ धनिया, 200 ग्राम दानेदार पनीर, नमक और काली मिर्च स्वाद अनुसार.

इसे बनाने कि विधि:

  1.  उबले हुए पानी में लौकी को कुछ देर रखने के बाद, इसे छीलकर बीच से (horizontal) दो हिस्सों में विभाजित करें.
  2.  घोल (marinade) बनाने के लिए, नींबू का रस, मिर्च पाउडर और गरम मसाला मिलाएं. लौकी पर यह घोल लगाएं और इसे एक घंटे तक सेट होने दें.
  3.  एक कढाई में तेल गरम करें इसमे जीरा और भरवाँ मसाला बनाने वाली अन्य सामग्री डालें और 5 मिनट के लिए भूनें.
  4. इस तैयार मसाले को लौकी में भरें और इसे धागे से लपेट लें.
  5.  ओवन को गरम करें और लौकी के चारों ओर से अल्मोनियम फोइल से लपेटें. इसे 15 से 20 मिनट के लिए ओवन में बेक करें.

लौकी परोसने के लिए तैयार है.

इसे शाम के पौष्टिक नास्ते में या पार्टी में स्टार्टर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे किसी डीप या चटनी के साथ परोसें.

यह सब रोजमर्रा के आहार में लौकी को शामिल करने के अनेक तरीकों में से कुछ उदाहरण हैं. आप कई अन्य तरीकों का प्रयोग कर इसे इस्तेमाल कर सकते हैं.

NOTE - Friends, I am not dietitian or Doctor, I write information here on the basis of my own 25 kilo weight loss experience and sometimes from online research. Please take doctor advice before applying any tip, as each and every human body is different.

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