जनवरी-फ़रवरी – अवसाद (डिप्रेशन), वजन का बढ़ना और फिर कम होना

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28 फरवरी 2017

 76 किलो - 30 जनवरी 2017
मेरा वजन – 73

अब तक कुल वजन कम हुआ – 17 किलो

पिछले 2 महीने में – वजन 3 किलो बढ़ा, फिर 3 किलो ही कम हुआ

नवंबर दिसंबर की तरह ये 2 महीनें भी अच्छे नहीं गये, बल्कि जनवरी अंत तक वजन कम होने की जगह 3 किलो बढ़कर 76 हो गया 🙁 , फिर और परिवर्तन करने के बाद फरवरी अंत में वापस 73 पर आ गया. चलिए इन 2 महीनों के लिए विस्तार से बात करते हैं.

जनवरी में मैने दिसंबर की डाइट ही काम में ली, इस बार मैने जब शुरुआत की थी तो सोचा था की, जनवरी -फरवरी महीने में अच्छा वजन कम कर लूँगी. क्योंकि इस बार मैने इसमें और थोड़े बदलाव किए थे, जिनके चलते मे काफ़ी उत्साहित थी.

डाइट में बार बार बदलाव करने ज़रुरी होते हैं, जिससे हमें सभी तरह के पोषक तत्व मिलें और वजन कम होता रहे, नहीं तो हमारा शरीर उस डाइट का आदि हो जाता हे, और उसके अनुरूप असर नहीं करती.

इसीलिए डाइट में ये 4 बदलाव किये हैं.

 

डाइट में छोटे-छोटे बदलाव

पहला बदलाव  – सुबह गरम पानी के साथ भूना हुआ जीरा पाउडर वापस शुरू किया: जीरा पाउडर मेरे लिए हमेशा ही कारगर रहा था, मैने उसे पहले भी काफ़ी समय तक लिया जिससे अच्छा फ़र्क पड़ा था, इसीलिए अब इसे वापस शुरू किया.

दूसरा बदलाव – उसके बाद फलों की जगह आँवला लेना शुरू किया: मुझे अपनी डाइट में आँवला जोड़ना था और आँवला भी एक फल ही हे इसमे कई न्यूट्रिएंट्स ओर विटामिन्स ,मिनरल्स हें और ये फल मेटाबोलिज्म दर को भी बढ़ाता हे, जिसकी वजन कम करने में सबसे ज्यादा जरुरत है. ये कार्ब, शुगर ओर प्रोटीन तीनों मेटाबोलिज्म दर को बढ़ाता हे, इसलिए इसे अपनी डाइट में जोड़ लिया हे.

तीसरा बदलाव – घिया का रस सुबह की जगह रात को शुरू किया: सुबह के समय बहुत सारी चीज़े हो रही थी जिनको व्यवस्थित करने के लिए समय कम पड़ रहा था और घीया रस बहुत ज़रुरी है इसे मैं अभी नहीं छोड़ना चाहती, इसलिए मैने इसे शाम को सूप की जगह लेना शुरू किया. इसमे मैने चिया सीड्स का पाउडर मिलना चालू कर दिया, ताकि मैं सोने से पहले भी चिया सीड्स खा सकूँ क्योंकि चिया सीड्स भी मेटाबोलिज्म दर को बढ़ाता हे और ये सुबह के नाश्ते से पहले और सोने से पहले खाने से सबसे अच्छे परिणाम देता हे।

चौथा बदलाव – ओट्स, अंकुरित बीजों की सलाद ओर घिया के रस में चिया सीड्स का पाउडर मिलाना शुरू किया : सभी चीज़ो में चिया सीड्स को लेना चालू किया हे, क्योंकि ये सुपर फूड मुझे और ज़्यादा वजन कम करने में मदद करेगा. इसमे अच्छी मात्रा मे प्रोटीन होता हे अच्छा फाइबर होता हे. जिसकी वजह से ये न्यूट्रीशियस होने के साथ साथ पेट को भरा भरा महसूस करता हैं और पाचन भी सही करता हैं.

बाकी की डाइट दिसंबर के जैसी ही हे।

चिया सीड्स ने दिसंबर में काफ़ी अच्छे परिणाम दिए थे, इसलिए इसके इतने फायदे होने की वजह से इसे जनवरी मैं ज़्यादा से ज़्यादा काम में लेने का सोचा। इसके साथ ही मैने टहलने के साथ-साथ थोड़ी दौड़ भी शुरू की है( हफ्ते मैं 2-3 दिन).

 

जनवरी में डिप्रेशन और वजन का बढ़ना

लेकिन सही मायनों में , इस बार ये उत्साह केवल मेरी डाइट ओर शेड्यूल बनाने मे ही था. मुझ में से ये उत्साह कम होने लगा था. इतने समय से मैं डाइट और व्यायाम कर रहीं हूँ, मनपसंद चीज़ों का परहेज कर रहीं हूँ, ऐसा लगता हैं बिना रस के जिंदगी जी रहीं हूँ. इतना करने के बाद भी, एक के बाद एक परेशानियाँ आती ही जा रहीं हैं, और मेरा वजन बहुत ही धीरे-धीरे कम हो रहा हैं. मुझे लगा था 2016 अंत तक मैं अपना वजन 60 के आस पास तो कर ही लूँगी, पर अभी भी मेरा वजन 73 हैं.

मुझे नकारात्मक विचार ज़्यादा आने लगे, जैसे मैं ये वजन कभी कम कर पाऊँगी भी या नहीं . पिछले कई महीनों से ऐसा हो रहा हैं, पर मैं अपने आप को समझा लेती थी, की कोई बात नहीं धीरे ही सही पर कम हो तो रहा हैं. पर कभी कभी आप समझदारी को उठाकर एक कोने मैं रख देते हो, और बस परेशान होते रहते हो.

मेरे साथ यही हुआ, जनवरी के पहले हफ्ते से ही मैं डिप्रेशन मैं आ गयी, और हर दिन ये बढ़ता ही चला गया. मुझे पता ही नहीं चला कब मैने अपनी डाइट ओर शेड्यूल को चोरी चोरी छोड़ना चालू कर दिया. मैं खुद से ही झूठ बोलने लगी ओर जब भी मौका मिलता मैं अपनी डाइट से काफ़ी ज़्यादा खा जाती. मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता था, बस गुस्सा आने लग गया था, सब पर गुस्सा बच्चों पर गुस्सा ओर डाइट पर गुस्सा……

मेरा ये डिप्रेशन मुझे बहुत भारी पड़ा, मेरा वजन कम होने की जगह बढ़ गया. ये दूसरी बार हो रहा था की मेरा वजन कम होने की जगह तेज़ी से बढ़ रहा था. मेरा वजन कुछ ही दिनों (लगभग 15-20 दिनो ) मैं 3 किलो बढ़ गया और मैं वापस 76 किलो की हो गयी 🙁 उसी वजन पे जो 3 महीने पहले था. मतलब मेरे 3 महीने और बरबाद हो गए .

और इसका मुझे एक ही कारण लगा, मेरा डिप्रेशन में आना, डाइट पर कम ध्यान देना, बिना मन के व्यायाम करना.
पर 76 किलो वजन होने के बाद मेरी बेचैनी और बढ़ गयी थी ओर कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की क्या किया जाए. ऐसा लग रहा था, मैने खुद को बीच मंझधार मे छोड़ दिया था, जैसा की कहा जाता हे की अगर बीच मंझधार मे छूट जाओ तो डूब ही जाते हें ओर शायद मे भी डूब ही जाती अगर मेरा साथ देने के लिए मेरे पति नहीं होते.

उन्होने मेरे स्वभाव में बदलाव को पूरी तरह गंभीर लिया. और उसको सही करने का सोचा इसके चलते वो मुझे 3 दिन (27 जान से 30 जान तक) के लिए घूमने ले गए . रणथंभोर जयपुर के पास , बिल्कुल प्रकृति के करीब जहाँ मैं आराम कर सकूँ, और वो भी सिर्फ़ हम दोनो (बच्चों के बगैर) और सब कुछ भूल कर वहाँ सिर्फ़ छुट्टियों का आनंद ले सकूँ और बस मज़े करूँ, जो मन हो वो खाऊं, कोई डाइट नहीं, व्यायाम नहीं. ताकि मैं जब वापस लोट कर आऊं तो मुझ में वापस वही उत्साह हो और मैं आगे बढ़ सकूँ.

जनवरी ट्रिप

मेरे पति का ये तरीका काम कर गया, और इस यात्रा का मुझ पर असर भी हुआ मे जब छुप -छुप कर डाइट की चोरी कर रही थी. यात्रा पर मैने 3 दिनों तक मन मर्ज़ी का किया मन मर्ज़ी का खाया ओर जो बंधा-बंधा ओर बोरियत मुझे खाने लग रहीं थी, वो दूर हो गयी.

 

फरवरी में वजन कम होना :

अब वापस आ कर 31 जनवरी से मैने फिर से एक बार अपनी डाइट के लिए कमर कस ली दिसम्बर 2016 की बदली हुई डाइट को ढंग से अनुसरण करने लगी 10 फरवरी तक मेरा वजन 74 किलो हो गया मतलब मैने वापस 2 किलो कम किए, पर अब भी मेरे पिछले वजन से 1 किलो वजन ज़्यादा ही था, मतलब अब भी मैं नुकसान में थी. पर अब मुझ में फिर से नया उत्साह था, की वजन कम करना ही हैं, और 60 किलो का तो होना ही हैं.

मैने एक बड़ी परेशानी (डिप्रेशन) का सामना किया ओर अब उससे बाहर भी आ गयी थी, पर मुसीबतें कहाँ पीछा छोड़ती हैं, मैने जो डाइट मे जो ‘चिया सीड्स का पाउडर’ बढ़ाया था, उसने मुझे एक नयी परेशानी दे दी थी. मुझे कब्ज की परेशानी हो गयी. वैसे चिया सीड्स को भिगो कर काम में लेना चाहिए तब ही वो पाचन को बेहतर करता हैं, पर भीगने के बाद वो लिसलीसी सी हो जातीं हैं, जिससे मुझे उसको खाना अच्छा नहीं लगता, इसलिए मैने सूखा चिया सीड्स का पाउडर बनाकर, अपने खाने मे मिलकर खाने लगी, जिसकी वजह से मेरे पेट मे काफ़ी सूखापन आ गया था।

वैसे ही वजन कम करने में कब्ज एक सामान्य परेशानी हे। पर चिया सीड्स के पाउडर से ये परेशानी बड़े रूप में सामने आई, इससे काम होना रुक सा जाता हैं, डाइट काम नहीं कर पाती और आप हमेशा अजीब सी बेचैनी में रहते हे.

इसलिए 15 फरवरी के बाद से मैने चिया सीड्स लेना बंद कर दिया क्योंकि ये मुझे नुकसान कर रहा था. कुछ दिन थोड़े खराब गए इसकी वजह से, पर कई चीज़ें करने के बाद मेरी कब्ज की समस्या काफ़ी कम हो गयी. (जल्द ही वजन काम करते समय कब्ज की उपायों पर एक लेख पोस्ट करूँगी, जिससे मुझे फायदा हुआ).

अब मैने अपने डाइट ओर शेड्यूल में और बदलाव किए जिससे मैं वापस वजन कम करने में तत्पर हो जाऊँ और वजन कम करूँ.

 

मेरी डाइट (15 फरवरी से 1मार्च तक)

जो बदलाव पुरानी डाइट मैं किये हैं, वो नीले रंग में हे।

सुबह का खाना 

6:00am एक ग्लास गरम पानी +जीरा पाउडर भुना हुआ
6:30 am 4 टुकड़े अमला कैंडी
7:00am ½ कप चाय +2 डाइजेस्टिव बिस्कुट , (अब मैने चाय (टी) यहाँ से शुरू की हे वापस, पिछले दिनों मे हुई ग़लतियाँ फिर से ना हो उसके लिए मैने अपने डाइट मे चाय को जोड़ा ताकि मुझे मज़ा आए ओर मे वापस से बोर महसूस नहीं करूँ (ये 15 फरवरी से शुरू किया हे )

7:30am दालचीनी अदरक की चाय – पानी मे दाल चीनी ओर अदरक उबाल कर छान कर, ओर उस गरम पानी मे आधा निम्बू निचोड़ कर , थोड़ा काला नमक मिलकर पिया (175 मिली ली. )
8:45am नवरस जूस चालू रखा हे. – क्यूँकी ये जूस मेरे पेट के लिए अच्छा साबित हुआ था मेरी तबियत के दौरान तो मैने इसे लगातार लिया।

10:00am अंकुरित बीजों का सलाद (रोज अलग अलग बीज लिए, लगभग 20 से 25 ग्राम भीगे हुए + 25 ग्राम(टमाटर, प्याज़, हरी मिर्च, हरा धनिया, थोड़ा कड़ी पता) (दिसंबर मे अंकुरित बीजों का सलाद नहीं लिया था) इसमे चिया सीड्स का पाउडर मिलना बंद कर दिया.

दिन का खाना
1:00pm ओट्स (40 ग्राम पका हुआ) + दही 50 ग्राम इसमें भी चिया सीड्स पाउडर बंद कर दिया
2:00pm सलाद (30 ग्राम टमाटर + 20-25 ग्राम खीरा+ गाजर 20-25 ग्राम )
3:00pm ½ चपाती + थोड़ी सी सब्जी(ये आधी चपाती कभी कभी रोज नहीं ज़रूरत लगने पर)
5:30pm ग्रीन टी (175मिली ली. )

रात का खाना
7:30pm 1 ग्लास नींबू पानी काले नमक के साथ( जिससे कब्ज ना हो)
9:00 pm ½ चपाती + थोड़ी सी सब्जी
9:30 pm घीया जूस, इसमे भी चिया सीड्स पाउडर मिलना बंद कर दिया

नोट – मैने अपनी पूरी डाइट से चिया सीड्स को हटा लिया, क्यूँकी मुझे लगता हैं, चिया सीड्स का पाउडर लेने से मुझे नुकसान हो रहा हे, जिसकी वजह से मुझे कब्ज का सामना करना पड़ रहा हे. पर इसे थोड़े दीनो बाद, भीगो के लेना चालू करूँगी.

 

व्यायाम में भी बदलाव किये – कार्डियो और वेट ट्रेनिंग

दौड़ना जो पिछले महीने शुरू किया था, वो बंद करके,और कई व्यायाम चालू किये हैं. कार्डियो वजन कम करने में बहुत अच्छी रहती हैं, ऐसा कई विशेषज्ञ कहते हैं. मैं इस वीडियो की कार्डियो 20-25 मिनट तक करती हूँ, पूरा नहीं कर पाती, क्योंकि उसी में मैं काफ़ी थक जाती हूँ.

 

साथ साथ 15 मिनट वेट ट्रेनिंग भी शुरू करी, जिसमें 2-2 किलो के डंबल्स के साथ प्रारंभिक तौर पर पूरे शरीर का व्यायाम चालू किया हे। मैं काफी समय से मांशपेशियों के निर्माण पर ध्यान देना चाहती थी, क्यूँकी, कई विशेषज्ञों के अनुसार, मांशपेशियों के निर्माण करने से तेज़ी से होता हैं. पर कर नहीं पा रहीं थी. अपने काम करने की प्रक्रिया को थोड़ा तेज करने के लिए मैने ये व्यायाम 2-2 किलो के डबल्स के साथ शुरू किये.

बैठक(Squats) डम्बल्स के साथ
12-12  के 2 सेट

बैठक

डम्बल लंजेस – 2-2 किलो के डम्बल्स के साथ
12-12  के 2 सेट

डम्बल लंजेस

 

सीटेड कॉफ रेज – २-२ किलो के डम्बल्स के साथ
12-12 के 2 सेट

सीटेड कॉफ रेज
एक हाथ से डम्बल उठाना – 2-2 किलो के डम्बल्स के साथ
8-8 के 2 सेट

एक हाथ से डम्बल उठाना

 

घुटनो पर डंड(पुश उप)
3 सेट, 4 -8 बार

घुटनो पर डंड

 

डम्बल कर्ल
12-12 के 2 सेट

डम्बल कर्ल

 

और 26 फरवरी को मेरा वजन अब वापस 73 किलो आ गया. इस तरह मैने इस महीने इस महीने अपना बढ़ा हुआ 3 किलो वजन कम किया. अब मैं आगे का इंतजार कर रही हूँ, हमेशा की तरह, अब मुझे फिर लगता हे जल्दी ही मेरा वजन और कम होगा(चलो कुछ अच्छा सोचतें हैं ).

और ये सबक लिया की डिप्रेशन में आओगे तो वजन कभी कम नहीं होगा सिर्फ़ बढ़ेगा, सो काम करते रहो, धीरे-धीरे ही सही, वजन कम तो होगा.

NOTE - Friends, I am not dietitian or Doctor, I write information here on the basis of my own 25 kilo weight loss experience and sometimes from online research. Please take doctor advice before applying any tip, as each and every human body is different.

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