अजवायन के पानी के लाभ – वजन घटाने के लिए

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अजवायन का पानीभारत में रोजाना भोजन और औषधीय प्रयोजनों के लिए अजवायन का इस्तेमाल व्यापक रूप से एक जड़ी बूटी के तौर पे किया जाता है। भारत और पाकिस्तान में उत्पन्न हुई , अजवायन खाना पकाने के लिए सबसे लोकप्रिय और इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रीयों में से एक है. संस्कृत में उग्रगंधा, स्पैनिश, फ्रेंच और इटालियन में अजोवन , हिंदी में अजवायन और वैज्ञानिक नाम ट्रैक्स्स्पर्मम अमी (Trachyspermum ammi) के नाम से भी जानी जाने वाली , अजवायन में बहुत से स्वास्थ्यवर्धक लाभ होते हैं.

अजवायन और वजन घटाने कि चर्चा के अनेक विषय हैं. जिनमे से एक है, क्या अजवायन वास्तव में वजन घटाने में सहायता करती है?

वजन कम करने में अजवायन कैसे मदद करती है?

अजवायन वजन घटाने में बहुत मदद करती हैं और इसे आपके दैनिक दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए. अजवायन में कुछ रेचक गुण (laxative properties) हैं जो आंत कि अंदरूनी गतिविधियों (bowel movement ) में मदद करती है जो आपके पेट को नियमित रूप से साफ़ करती है और आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है.

आईए इसकी गहराई में चलते है, अजवायन के पानी रोजाना सेवन करने से आपको मोटापा कम करने में कुशलतापूर्वक मदद मिल सकती है. अजवायन प्रकृति में औषधि (हेर्बल) है, इसलिए इसे चरबी को कम करने जैसी जटिल समस्याओं के लिए नि :संकोच पसंद किया जाता है. निम्नलिखित मुद्दे बताते हैं कि अजवायन के इस्तेमाल से वजन घटाने के कई तरीके हैं.

  • अजवायन के दानों में कुछ संचयी गुण (cumulative properties) होते हैं, जो पाचन और जठरांत्र (gastrointestinal) की प्रणाली को सुधारने में सहायता करते हैं. यह मतली (nausea), गैस और अन्य पेट संबंधी समस्याओं के सुधार में भी मदद करते है.
  • अजवायन आपके शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में भी मदद करती है जो अंततः चरबी को कम करने कि प्रक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करती है. मोटापे को कम करने में मदद करने के साथ साथ बढ़ा हुआ मेटाबोलिज्म अनावश्यक कैलोरी और चरबी जलाता है.
  • अजवायन का एक महत्वपूर्ण तत्व है जिसे थिमोल (thymol) कहा जाता है जो गैस्ट्रिक ज्यूस के स्राव को बढ़ाने में सहायक होता है और भोजन के कणों को तीव्रता से अवशोषित करके पाचनक्रिया को बहेतर बनाने में मदद करता है.
  • इसमें कई एंटीऑक्सिडेंट भी शामिल हैं जो शरीर से हानिकारक विषैले (toxins) पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों (waste materials ) को बाहर निकालने में सहायक होते हैं. अजवायन की रेचक प्रकृति (laxative nature ) भी पाचन में वृद्धि करती है और अंततः यह आसानी से मोटापा घटाने में तेजी से मदद करती है.

अजवायन के पोषण तथ्य

स्वास्थ्य वर्धक तत्वों और फायदों के साथ, इस जड़ी बूटी (हर्ब) के पोषण मूल्य और तथ्यों को जानना भी बहुत महत्वपूर्ण है. महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट्स के अलावा, अजवायन में बहुत से खनिज, फाइबर, प्रोटीन, शर्करा और चरबी भी शामिल हैं. अजवायन के प्रति 100 ग्राम के पोषण संबंधी मुल्यों पर एक नज़र डालतें है.

Take a look at the nutritional content of 100 grams of carom seeds.
कैलोरी: 305
प्रोटीन: 16 grams
कार्बोहाइड्रेट: 43 grams
फाइबर: 39 grams
सोडियम: 10 grams
सेचुरेटेड फैट: 4 gram
पॉलीअनसेचुरेटेड फैट: 15gram

अजवायन का पानी कैसे बनाएँ – घरेलू विधि?

जैसा कि ऊपर चर्चा की गई है, रोजाना अजवायन का पानी पीने से थोडे से समय में हि कुछ पाउंड / किलो (pounds/ kilograms) को कम करने में बहुत मदद मिल सकती है. आईए अजवायन का पानी बनाने की घरेलू विधि पर अब चर्चा करतें है.

आपको आवश्यकता होगी: 1 बड़ा चम्मच अजवायन, 500 मिलीलीटर पानी और 1 पैन (बर्तन).

इसे बनाने कि विधि:

  1. अजवायन के दानो को रंग बदलने तक और भुनने कि खुशबू आने तक पैन में सेक लें.
  2. इसके बाद, 500 मिलीलीटर पानी को एक पैन में डालें और उबालें.
  3. पानी में बुलबुले होने के बाद इसमे भुनी हुई अजवायन डालें.
  4. थोड़ी देर के लिए पानी को उबाल लें, जब तक कि इसका रंग सुनहरे ब्राउन शेड में बदल नहीं जाए.
  5. मिश्रण को थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें जब तक कि अजवायन का स्वाद पानी में अच्छे से घुल जाए.
  6. अजवायन को पानी से अलग करने के लिए इस मिश्रण को छान ले.

अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए पूरे दिन मे कई बार इस पानी को पिएँ. आप इसे एक बोतल में भर सकते हैं और पूरे दिन के दौरान इसे थोड़ी थोड़ी मात्रा में पि सकते है.

अजवायन के माध्यम से वजन कम करने के अन्य कई घरेलू नुस्खे

पेट कि चरबी कम करने के लिए अजवायन का पानी पीने के आलावा, पतले होने के लिए अजवायन के दानों को कई अन्य तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है.

अजवायन, मेथी के दानें और काले जीरे कि चाय

अजवायन के साथ साथ मेथी के दानें और काले जीरे के बीज भी मोटापा कम करने के लिए काफी फायदेमंद होते है.

मेथी में डाइओस्जेनिन (diosgenin) नाम का एक महत्वपूर्ण संयोजक तत्व होता है जो हमारे मेटाबोलिज्म की दर (metabolism rate) को बढ़ाने और शरीर में से चरबी कि कोशिकाओं को कम करने में मदद करता है. अपने दैनिक आहार में मेथी को शामिल करने से चरबी कि खपत और अवशोषण को कम करने में मदद मिलती है, जो आपके वजन घटाने कि लक्ष्य में भी बहुत मदद करती है.

काला जीरा भी वजन कम करने के लिए एक आवश्यक घटक है और इसे अपने दैनिक आहार में भी शामिल किया जाना चाहिए. काले जीरे फहीतोस्तुहरौल (phytosterols) में होते हैं जो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को सीमित करने में सहायक होते है. यह आपके शरीर के रक्त शर्करा (blood sugar) के स्तर को संतुलित करने और शरीर में चरबी को पिघलने से भी मदद करते है.

आपके दैनिक आहार में मेथी, काला जीरा और अजवायन के कुछ संयोजन आपको उस वजन तक पहुंचने में बहुत मदद कर सकते है जिसका आप सपना देख रहे हैं. नीचे दिए गए तरीकों में से एक को देखें, जिसमें आप इन तीन अदभुत सामग्रीयों को मिला सकते हैं और पूरी तरह से इसका उपभोग या सेवन कर सकते हैं.

आपको आवश्यकता होगी: 250 ग्राम मेथी के दानें, 100 ग्राम काला जीरा, 100 ग्राम अजवायन, मिक्सर ग्राइंडर और पैन.

इसे बनाने कि विधि:

  1. सभी सामग्रीयों को अलग अलग कम आँच पर इनका रंग बदलने तक बर्तन  में भून लें और ठंडा होने दें.
  2. ठंडा होने के बाद इन् सभी को एक साथ मिक्सर  ग्राइंडर में पिस लें.
  3. तैयार मिश्रण को भविष्य में इस्तेमाल करने के लिए किसी ढक्कन वाले बर्तन में भर कर रखें.
  4. रोज रात को सोने से पहले तैयार मिश्रण का एक चम्मच हल्के गरम पानी में डालें और इसे पिएँ.


इस मिश्रण को नियमित रूप से लेने से आपको कुछ महीने के भीतर परिणाम प्राप्त करने में और महसूस करने में मदद मिलेगी.

अजवायन और जीरा

उच्च स्तर के एंटीऑक्सिडेंट और फहीतोस्तुहरौल (phytosterols) नामक तत्व के कारण जीरे के बीज वजन घटाने में फायदेमंद होते हैं, जो आपके शरीर से हानिकारक विषैले (toxins) पदार्थों को बाहर निकालने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं. जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, फहीतोस्तुहरौल आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के कम से कम अवशोषण में सहायता करता है, जो अंततः चरबी के संचय को कम करने में मदद करता है. अजवायन और जीरे के बीजों को एक स्वरूप में उपयोग करने के लिए, नीचे उल्लिखित व्यंजन का पालन करें.

आपको आवश्यकता होगी: 100 ग्राम अजवायन, 100 ग्राम जीरा, मिक्सर ग्राइंडर और एक पैन.

इसे बनाने कि विधि:

  1. इसे बनाने कि विधि उपर बताई गई विधि से काफी मिल्ती – झुल्ती है. दोनों सामग्रीयों  को अलग अलग कम आँच पर इनका रंग बदलने तक एक पैन में भून लें और ठंडा होने दें
  2.  ठंडा होने के बाद इन् दोनों  को एक साथ मिक्सर  ग्राइंडर में पिस लें.
  3. तैयार मिश्रण को भविष्य में इस्तेमाल करने के लिए किसी ढक्कन वाले बर्तन में भर कर रखें.
  4. रोज रात को सोने से पहले तैयार मिश्रण का एक चम्मच हल्के गरम पानी में डालें और इसे पिएँ.

अजवायन और सौंफ़ का पानी

सौंफ़(fennel seeds) शरीर के अतिरिक्त वजन को कम करने के लिए एक और महत्वपूर्ण घटक है. सौंफ़ आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाती है और इसमे मौजूद मूत्रवर्धक गुणों (diuretic properties) के माध्यम से पाचन में सुधार होता है. यह पानी प्रतिधारण (water retention) से छुटकारा पाने में भी मदद करती है. यह आपको तृप्त रखने में मदद करती है और इससे आपको भूख भी कम लगती है. सौंफ़ के साथ अजवायन का उपभोग करना आपको पतला बनाने के लिए बहुत फायदेमंद है. नीचे दी गई व्यंजन कि विधि देखें.

अजवायन सौंफ़ का पानी

आपको आवश्यकता होगी: 100 ग्राम अजवायन,, 100 ग्राम सौंफ़, मिक्सर ग्राइंडर, पैन और दालचीनी (वैकल्पिक).

इसे बनाने कि विधि:

  1. दोनों सामग्रीयों को अलग अलग कम आँच पर इनका रंग बदलने तक एक पैन में भून लें और ठंडा होने दें.
  2. ठंडा होने के बाद इन् दोनों को एक साथ मिक्सर ग्राइंडर में पिस लें.
  3. तैयार मिश्रण को भविष्य में इस्तेमाल करने के लिए किसी ढक्कन वाले बर्तन में भर कर रखें.
  4. दालचीनी को अलग से पिस लें. इसका इस्तेमाल केवल स्वाद को बहेतर बनाने के लिए किया जाता है. इसे डालना वैकल्पिक है.

मोटापा कम करने के सर्वाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए तैयार मिश्रण का ½(आधा) चम्मच हल्के गरम या सादे पानी के साथ लें.

अजवायन और शहद का पानी

जब पतले होने की बात आती है तो शहद को एक वरदान समान माना जाता है. इसमें कुछ ऐसे गुण मौजूद हैं जो आपके शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं. यह ह्र्द्य्वाहिनी के तनाव (cardiovascular strain) को भी कम करते है. रोजाना शहद के एक चम्मच का सेवन आपके वजन घटाने कि प्रक्रिया के लिए अद्भुत सहाय कर सकता हैं. हमने वजन कम करने हेतु शहद और अजवाइन का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए के नीचे एक व्यंजन बनाने कि विधि का वर्णन किया है.

आपको आवश्यकता होगी: 100 ग्राम अजवायन,, शहद,, मिक्सर ग्राइंडर , पैन और नींबू (वैकल्पिक).

इसे बनाने कि विधि:

  1. अजवायन को कम आँच पर रंग बदलने तक सुखा भूनें और इसे ठंडा होने दें.
  2. एक मिक्सर ग्राइंडर में इसे पीसकर अच्छा पाउडर बनाएं.
  3. इसे भविष्य में उपयोग करने के लिए किसी बंद ढक्कन वाले बर्तन में भरें.
  4. गुनगुने पानी में 1 चम्मच शहद के साथ इस पाउडर को मिलाएं.
  5. आप चाहें तो इसमे नींबू का ताजा रस भी मिला सकते है, यह वैकल्पिक है.

अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसे रोज सुबह खाली पेट पिएँ.

अजवायन और शहद

प्रसूति के बाद अपने शरीर के सुडोल आकार को पुनः प्राप्त करने के लिए अजवायन के पानी का उपयोग करें.

महिलाओं को प्रसूति के बाद अधिक वजन बढ़ने की चिंता हंमेशा लगी रहती है. अजवायन का पानी वजन बढ़ने कि इस समस्या को कोसों दूर रखने का अच्छा उपाय है. साथ ही गर्भावस्था के दौरान बढे अतिरिक्त किलो को भी कम करता है. प्रसूति के बाद वजन कम करने के लिए ऊपर दी गए अजवायन के पानी के व्यंजनों का रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह पानी की जमावट (water retention )को कम कर देता है और सूजन नहीं होने देता, जो गर्भावस्था के बाद चिंता का प्रमुख विषय है. यदि हर दिन गर्म पानी के साथ अजवायन का सेवन किया जाए तो प्रसूति के बाद मोटापे का मुकाबला करने में बहुत मदद मिल सकती है.

अजवायन के 14 अन्य स्वास्थ्यवर्धक लाभ

वजन घटाने के अलावा, अजवायन अनेक स्वास्थ्यवर्धक लाभ देती हैं.

  1. अजवायन का एक महत्वपूर्ण उपयोग मधुमेह का इलाज भी है. अजवायन कि खपत मधुमेह की समस्याएं जैसे कि प्यास और अधिक मूत्रत्याग को कम करती है.
  2. अजवायन सर्दी और खांसी के लिए एक अच्छा नुस्खा है. सर्दी के इलाज में अजवायन का उपयोग करने के लिए एक पतले कपड़े में अजवाइन पाउडर को बांधकर नियमित अंतराल पर इसे सूंघना चाहिए, यह अजवायन के उपगोग का यह तरीका सबसे आम घरेलू तरीकों में से एक है. अजवायन के दानों को चबाना आपको अत्यधिक खांसी से राहत देने में भी मदद कर सकता है. यह अस्थमा और bronchitis के इलाज में काफी हद तक मदद करती है.
  3. अजवायन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भी मदद करती है. यह आपको मासिक धर्म के दर्द से राहत देने में भी मदद करती है और मासिक धर्म कि अवधि चक्र को नियमित रूप से बनाए रखती है. अजवायन की नियमित खपत अत्याधिक रक्त स्राव और दर्दनाक जकडन के उपचार में भी मदद कर सकती है.
  4. अजवायन अम्लरोग (acidity) के इलाज में भी मदद करती हैं. यह अम्लीय उत्तेजना को कम कर देती है और इस प्रकार अजवायन को नियमित रूप से गुनगुने पानी के साथ पीने कि सलाह दी जाती है.
  5. अजवायन आपकी त्वचा के लिए एक श्रेष्ठ उपाय है , अजवायन मुँहासे, किल, ब्लैकहैड्स और रेशिश के इलाज में मदद कर सकती है. अजवायन के पाउडर को दही में मिलाएँ और इस मिश्रण को आपकी त्वचा पर लगाकर कुछ मिनटों के लिए रहने दें. बेहतर परिणाम के लिए इसे गुनगुने पानी से धोएँ.
  6. अजवायन को गठिया (arthritis) के उपचार के लिए भी जाना जाता है अजवायन में उपस्थित एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मांसपेशियों को आरामदेह (relaxing) रखने में मदद करते हैं, जिससे दर्द कम हो जाता है. गठिया का इलाज करने के लिए अजवायन के तेल से दर्द से प्रभावित क्षेत्र कि हलकी मालिश करनी चाहिए यह गठिया (arthritis) के उपचार के लिए अजवायन का उपयोग करने का सबसे आम तरीका है.
  7. जैसेकि अजवायन पाचन को सुधारने में तो मदद करती हि है, यह आपको कब्ज की समस्या से भी मुक्ति देती है. यह आपके आंत कि अंदरूनी गतिविधियों को नियंत्रित करती है और इस तरह आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखती है.
  8. खाने के बाद छाछ में अजवायन का पाउडर मिलाकर पिने से आपको खून बहने वाले बवासीर के उपचार में भी मदद मिल सकती है.
  9. अस्थमा के लिए अजवायन एक उतम उपाय है. अजवायन के धुएं को सूँघने से नाक की अंदरुनी रुकावट (nasal congestion) को नष्ट करने में मदद मिल सकती है. अस्थमा के साथ, यह अन्य श्वांस संबन्धित विकारों के उपचार में भी मदद करती है.
  10. अजवायन में थाइमोल (thymol) नामक एक जीवाणुनाशक (germicide) होता है, जो एक एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करता है. यह घावों और अन्य त्वचा संक्रमणों (infections) को साफ करने में और उनका उपचार करने में सहायक होता है.
  11. Aआज के समय में अजवायन का उपयोग टूथपेस्ट में मुख्य सामग्री तौर पर किया जाता है. दातों के दर्द से राहत देने में मदद करती है. आप दांत दर्द से राहत पाने के लिए दिन में कई बार अजवायन के पानी से गरारे कर सकते हैं.
  12. अजवाइन के नियमित उपभोग से किडनी और लिवर से जुड़ी कई समस्याओं को भी कुशलतापूर्वक हल किया जा सकता है. यह शराब की लालसा को कम करने में मदद करती है, जो अंततः आपके लिवर की रक्षा करने में मदद करता है.
  13. अजवायन का उपयोग आधासीसी (migraines) के उपचार में भी किया जाता है. अजवाइन को आमतौर पर एक कपड़े में लपेटकर या धुएं में जलाकर श्वास में लिया जाता है. यह नुस्खा प्रभावी रूप से सिरदर्द को ठीक करता है.
  14. अजवाइन महिलाओं में गर्भधारण के बाद जल अवरोधन (water retention ) को कम करने में मदद करता है और स्तनपान के लिए दूध के उत्पादन कि प्रक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करती है.

अजवायन के दुष्प्रभाव

हमने अजवायन से जुड़े सभी स्वास्थ्यवर्धक लाभों पर चर्चा की है लेकिन उसके कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं. अजवायन का इस्तेमाल सिमित मात्रा में करना चाहिए. अगर ऐसा न हुआ तो, तो यह कुछ बुरा प्रभाव भी पैदा कर सकती है. कई बार, लंबे समय तक अजवायन का उपभोग , मितली, उल्टी और चक्कर का कारण भी बन सकता है. यह त्वचा में जलन भी पैदा कर सकती है. अन्य हल्के दुष्प्रभावों में सामान्य सिरदर्द शामिल हैं. आपको अजवायन को ताजा और उपयोग करने योग्य रखने के लिए हंमेशा ठंडी और सूखी जगह में स्टोर करना चाहिए.

NOTE - Friends, I am not dietitian or Doctor, I write information here on the basis of my own 25 kilo weight loss experience and sometimes from online research. Please take doctor advice before applying any tip, as each and every human body is different.

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